Avsnitt
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"रानी रुद्रम्मा देवी - दक्कन के पठार की एक रानी"
रानी रुद्रम्मा देवी, 1263-1289 (या 1295) से अपनी मृत्यु तक दक्कन के पठार में काकतीय वंश का एक साम्राज्ञी थी। वह भारत में सम्राट के रूप में शासन करने वाली बहुत कम महिलाओं में से एक थीं।
वो एक सक्षम प्रशासक के साथ साहसी योद्धा भी थी जिसने सभी युद्धों में अपनी सेना का आगे बढ़ के नेतृत्व किया।
अपने पूर्ववर्तियों और समकालीन शाशकों के विपरीत, उन्होंने अपनी सेना में योद्धाओं के रूप में कई ऐसे लोगों को भर्ती करने का विकल्प चुना, जो उच्च कुल से नहीं थे। Rudramma Devi , Destiny's queen, was a thirteen century Kakatiya warrior ruler. An able adminstrator, a couragious warrrior, a sympathatic ruler,a waliant queen which led from the front in all wars. Rudramma devi had immense self-confidence to allow small kings to rule over their kingdoms which was conquered by her.She was capable enough to take right decisions for her people as well as in battle field. -
रज़िया सुल्तान 1236 - 1240 ईस्वी तक दिल्ली सल्तनत की साशक रही। वह भारतीय उपमहाद्वीप की पहली और एकमात्र महिला मुस्लिम शासक थीं जिसने दिल्ली की सल्तनत संभाली। उस समय के पुरुष प्रधान समाज में नारी होने के चलते रज़िया सुल्तान को बहुत सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा और अपने ही विश्वास पात्र लोगों के विश्वास घात के कारण पराजय झेलनी पड़ी।
(Razia Sultan was the ruler of Delhi Sultanate from 1236 - 1240 AD. She was the first and only female Muslim ruler of the Indian subcontinent who took over the Delhi Sultanate. Razia Sultan faced a lot of difficulties due to being a woman in the male-dominated society of that time. She was defeated because of the Betrayal of her own trusted people.)
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रानी नाइका देवी - एक गुजराती रानी जिसने मुहम्मद गोरी को हराया था हमारी इतिहास की पुस्तकों में, हमने हमेशा पढ़ा है कि कैसे पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गोरी को हराया, लेकिन गुजराती की रानी नाइका देवी ने पृथ्वीराज चौहान से बहुत पहले गोरी को हरा कर अपने राज्य से भागने पर मजबूर कर दिया था। गोवा में जन्मी और चालुक्य वंश के राजा अजय पाल की महारानी, रानी नाइका देवी साहस और बहादुरी में रानी लक्ष्मी बाई या कित्तूर रानी चेन्नम्मा से कम नहीं थीं। सुनिए नाइका देवी की अनसुनी कहानी जिनके अजेय आत्मबल ने कायदरा की लड़ाई में मुहम्मद गोरी की शक्तिशाली सेना को भी युद्ध भूमि से उलटे पांव भागने पे मजबूर कर दिया था।
(Rani Naiki Devi, a Gujrati Queen who defeated Muhammad Ghori In our history books, we have always read about how Prithviraj Chauhan defeated Muhammad Ghori, but Queen of Gujrat Naiki Devi routed Ghori much before Prithviraj Chauhan. Born in Goa and married to Chaulukya King Ajay Pal, Rani Naiki Devi was no less than the Rani Laxmi Bai or Kittur Rani Chennma in courage and bravery. Listen to Rani Naiki Devi's Untold story, whose indomitable spirit forced to retreat the mighty army of Muhammad Ghori in the battle of Kayadara.)